@Kasganj
विदेश में लाखों रुपए कमाने का सपना लिए एक युवा नौकरी दिलाने के नाम पर एक एजेंसी के जरिए रूस पहुंच गया उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद का रहने वाला अरबाब लाखों रुपए कमाने की चाहत में रूस तक जा पहुंचा ।
जिस एजेंसी ने उसे नौकरी दिलाने के तीन लाख रुपए लिए थे उसने उसे हेल्पर की नौकरी ऑफर की थी लेकिन रूस पहुंचने वाले अरबाब को हेल्पर की जगह हथियार थमा दिए गए । परिवार का दावा है कि अरबाब को रूस यूक्रेन जंग में रूस का सैनिक बना दिया गया है। अरबाब ने इसकी जानकारी हाल ही में अपने परिजनों को दी है पिछले एक महीने से परिजन लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं ।
विदेश में लाखों रुपए के मानदेय पर हेल्पर की नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंट उसे रूस ले गया। परिजनों से तीन लाख 80 हजार रुपये भी ले लिए और रूस ले जाकर वहां जबरन सेना में भर्ती करा दिया। रूस सरकार ने यूक्रेन की सीमा पर तैनात कर दिया। वहां युद्ध के दौरान वह घायल हो गया है। इधर उसका वीजा पासपोर्ट भी रूस सरकार द्वारा जब्त करने का आरोप है। परिजनों ने देश के प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि उनके लाडले को वापस भारत लाया जाए।
कासगंज के गंजडुंडवारा कस्बे के रहने वाले अशरफ हुसैन का बेटा अरबाब हुसैन पिछले वर्ष 11 नवंबर 2023 को बाबा ब्लॉग नाम की एजेंसी के संपर्क में आया। एजेंसी ने अच्छे मानदेय पर रूस में हेल्पर की नौकरी का झांसा दिया। एजेंट के साथ रूस के शहर मॉस्को गया था, लेकिन कुछ माह पूर्व अरबाब हुसैन का फोन आया तो उसने बताया कि मुझे यहां हेल्पर की नौकरी न देकर सेना में भर्ती कर दिया है। जब इस बात का विरोध किया तो पासपोर्ट और वीजा छीन लिया गया। राशिया भाषा के किसी कागज़ पर मेरे दस्तखत करा लिए। इधर परिजन लगातार उसके संपर्क में आने की कोशिश करते रहे, लेकिन रूस सरकार ने उससे संपर्क नहीं होने दिया है। इसको लेकर परिवार के लोगों का बुरा हाल है।
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क्या बोले पिता
पिता अशरफ हुसैन ने बताया कि बेटे को रूस भेजने के लिए उसने बैंक से 3 लाख का लोन भी लिया था। बेटे ने 3 लाख 80 हजार रुपए बाबा ब्लॉक एजेंसी को दिए थे। उन्होंने कहा था कि तुम्हारी नौकरी रूस में हेल्परी के लिए लगेगी। इसका मोटा रुपया मिलेगा, लेकिन उसके बेटे को रूस का सैनिक बना दिया है। बताया जा रहा है कि रूस की आर्मी जिसका नाम वेगनर है उसी में सैनिक बना दिया है। बीजा पासपोर्ट जब्त कर लिया है। बेटे से कई दिनों से बात नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से भाई और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से उनके बेटे को वतन वापस लाने की गुहार लगाई है।